उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में इन दोनों बीएएमएस के छात्र- छात्राएं परीक्षा परिणाम जारी करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। नॉन काउंसलिंग के जरिए एडमिशन लेने वाले छात्रों का रिजल्ट कोर्ट के आदेश के बाद ही जारी होगा।
जबकि छात्र-छात्राएं अपने भविष्य को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से सकारात्मक निर्णय लेने की मांग कर रहे हैं।
देहरादून के हर्रावाला स्थित आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कुल सचिव राम की शरण शर्मा ने छात्रों को समझने का बहुत प्रयास किया, लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े हैं। छात्रों ने कहा कि रिजल्ट में देरी की वजह से उनका भविष्य खराब हो रहा है।
उनका कहना है कि उनकी परीक्षा हो चुकी है, लेकिन अभी तक रिजल्ट के चक्कर काट रहे हैं। बिना नीट वाले छात्र-छात्राओं ने रिजल्ट को रोके जाने पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा है कि रिजल्ट घोषित कर उनकी आगे की पढ़ाई को जारी रखा जाए और न्यायालय के निर्णय के बाद ही उन्हे डिग्री दी जाए।