दिनाँक 13 अगस्त को राजधानी देहरादून के रेसकोर्स में बिजली पोल से केबिल डालने को लेकर विवाद के मामले में उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने सख्ताई दिखाते हुए गंभीर जांच के आदेश दिए है। जानकारी के अनुसार यहां पर विद्युत की भूमिगत लाइन बिछाई गई है। एक परिवार के घर में बिजली दिक्कत होने के कारण उन्होंने केबिल लगाने के लिए विद्युतकर्मियों को बुलाया था। जिस को लेकर यहा विवाद हुआ
मामले में राज्य महिला आयोग को शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है जिसमे उनके द्वारा बताया गया है कि करीब दोपहर 1:30 बजे प्रार्थिनी के घर पर थाना नेहरू कालोनी, देहरादून के पुलिस वाले व उनसे विवाद करने वाले पड़ोसी आये तथा घर के आगे के बिजली के खम्भे से तार को छेड़ने लगे जिस पर प्रार्थिनी तथा उसकी बेटी द्वारा उनसे कारण पूछा गया। वे अपने साथ आये हुए अन्य कर्मचारियों से प्रार्थिनी के घर के रास्ते, की दीवार पर कीलें व तार लगाते हुए कहने लगे कि यहां से बिजली की तार लगानी है, क्योंकि आपके पड़ोस में लाइट नहीं आ रही है जब प्रार्थिनी द्वारा आपत्ति की गयी तो उक्त लोग अभद्रता पर उतर आये तथा दुर्व्यवहार करने लगे जिस पर प्रार्थिनी द्वारा उनकी वीडियो बनायी गयी तो वे गन्दी व अश्लील गालियां एवं धमकी देने लगे कि दोनों तुम मां-बेटी को थाने ले जाकर सबक सिखा देंगे।
शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया कि उसके बाद शाम को लगभग 4:00 बजे एक कार सिटी पेट्रोल (112) की गाड़ी से लगभग 8-10 लोग प्रार्थिनी के घर के बाहर आये जिनमें से कुछ पुलिस वाले अपनी-अपनी अन्य गाड़ियो से आये, तथा पड़ोसी व उसकी बहू तथा एक अन्य व्यक्ति व पुलिस में ही कार्यरत कुछ व्यक्ति आये तथा पुनः प्रार्थिनी के गेट के किनारे पर तार व खम्बा लगाने लगे। जिसको मना करने पर शिकायतकर्ता व उनकी बेटी के साथ अभद्रता की गई।
प्रार्थिनी के विरोध करने पर पुलिस वाले पड़ोसी आदि सभी लोग प्रार्थिनी के घर में दो मंजिले पर आ घुसे तथा जब उनकी वीडियों बनायी गयी तो उन्होंने फोन छीन लिये तथा प्रार्थिनी व उसकी बेटी से मारपीट करने लगे मामले में पीड़िता व उसकी बेटी को मारते हुए घसीट कर सीढीयों से नीचे लाया गया और वहां भी मारा गया। इसके बाद और भी महिला पुलिस आये तथा सभी ने प्रार्थिनी को घसीटते हुए ले जाकर गाड़ी में बैठाया तथा प्रार्थिनी की बेटी को मार पीटकर उसके हाथ पर किसी नुकीली चीज से काट कर उसको अचेत अवस्था में छोड दिया।
मामले की जानकारी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को मिलने पर उन्होंने थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी से फोन पर प्रकरण की जानकारी ली जिसमें थानाध्यक्ष द्वारा बताया गया की मामले में माँ व बेटी के द्वारा ही मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों के साथ अभद्रता व मारपीट की गई है, इसके उपरान्त अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने प्रकरण में एसपी सिटी सहित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह से फोन पर वार्ता के क्रम में गंभीरता से कार्रवाई के निर्देश दिए है।
महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने बताया उन्होंने दोनों पक्षो को सोमवार को आयोग में बुलाया है साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य महिला आयोग की एक टीम द्वारा प्ररकण की गंभीर व निष्पक्ष जांच की जाएगी क्योंकि यह अत्यंत निन्दानीय घटना है, जो भी गलत होगा उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कानून समाज की सुरक्षा के लिए है और यदि किसी के द्वारा कानून का गलत उपयोग किया गया है या कानून के नियमों का उल्लंघन किया है तो उसके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।